पाकिस्तान से आए सिंधी तीर्थयात्रियों ने ब्रह्माकुमारीज की दिवंगत मुख्य प्रशासिका दादी रतन मोहिनी को श्रद्धाजंलि दी…

आबू रोड, 8 अप्रैलः पाकिस्तान के सिंध प्रान्त से भारत भ्रमण पर आए शदाणी दरबार के तीन सौ श्रद्धालुओं का आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मुख्यालय आबू रोड में शुभागमन हुआ। जहां पर उन्होंने ब्रह्माकुमारीज किया दिवंगत मुख्य प्रशासिका दादी रतन मोहिनी जी को श्रद्धाजंलि अर्पित की।
तीर्थयात्रियों ने अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका ब्रह्माकुमारी मोहिनी दीदी से भी मुलाकात की। तीर्थयात्रियों को अपने आशीर्वचनों से लाभान्वित करते हुए अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका ब्रह्माकुमारी मोहिनी दीदी ने कहा कि ओम शान्ति के उच्चारण में बहुत शक्ति छिपी है। जब हम ओम का उच्चारण करते हैं तो श्वास मस्तिष्क तक पहुंचता है। शान्ति कहते हैं तो वह दिल तक पहुंचता है। कोई व्यक्ति कितनी भी उलझन में हो लेकिन ओम शान्ति का उच्चारण करने से शान्ति मिलती है। यह तनाव दूर करने की बहुत अच्छी औषधि है।
उन्होने आगे कहा कि ओम शान्ति हमें अनुभव कराता है कि हम शरीर से भिन्न ज्योति स्वरूप आत्मा हैं। इस समझ से एकाग्रता बढ़ती है। मन को शान्ति मिलती है। उन्होने बतलाया कि जीवन की सबसे बड़ी पूंजी हमारे श्रेष्ठ कर्म हैं। उन्होने बतलाया कि वर्तमान समय पाकिस्तान में तीन सौ लोग आनलाइन जुड़कर राजयोग का अभ्यास करते हैं।
इस अवसर पर अतिरिक्त महासचिव ब्रह्माकुमार मृत्युंजय भाई ने कहा कि समाज में तनाव दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। तनाव से बचने के लिए राजयोग मेडिटेशन बहुत उपयोगी है। आध्यात्मिक ज्ञान का श्रवण करने से आत्मा का शुद्धिकरण होता है।
इस अवसर पर इन्दौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्र. कु. हेमलता दीदी ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम में रायपुर संचालिका ब्र.कु. सविता दीदी भी उपस्थित थीं। मधुर वाणी ग्रुप ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। पाकिस्तान से आए गायक मास्टर सोनू ने भी गीत गाकर भावविभोर कर दिया। आभार प्रदर्शन रायपुर शदाणी दरबार के सन्त सत्यव्रत शदाणी ने आभार व्यक्त किया। संचालन कोरबा की ब्रह्माकुमारी बिन्दु दीदी ने किया।