छत्तीसगढ़

एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड- “शांति शिखर” नवा रायपुर में बनकर तैयार, PM मोदी को भेजा लोकार्पण का न्योता…

रायपुर : छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर के सेक्टर-20 में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का भव्य ट्रेनिंग सेंटर ‘एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड-शांति शिखर’ बनकर तैयार हो गया है। लगभग 2 एकड़ जमीन पर बना भवन देखने में राजस्थानी शैली के महल का अहसास देता है। पांच मंजिला भवन पूरी तरह तैयार हो गया है। अब कारीगर इसकी सुंदरता को अंतिम रूप दे रहे हैं।

फरवरी तक भवन का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद भव्य समारोह में इसका लोकार्पण होगा। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय प्रबंधन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण पत्र भेजकर उनसे रायपुर आने का अनुरोध किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पिछले दिनों प्रबंधन से संपर्क करके आयोजन स्थल और कार्यक्रम से जुड़ी जानकारियां मांगी। इसे पीएमओ को भेज दिया गया है।

कमला दीदी के मार्गदर्शन में 2018 को शांति शिखर की…

ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के रायपुर यूनिट के तहत फिलहाल 50 सेवा केंद्र और 500 उप सेवाकेंद्र हैं। शांति शिखर के निर्माण के लिए सभी केंद्रों में दान-कोष (भंडारी) लगाया गया। विश्वविद्यालय से जुड़े सभी सदस्य वर्ष 2018 से ही हर दिन इसमें कम से कम एक रुपया का सहयोग करते रहे। रायपुर संचालिका सविता दीदी ने बताया कि लगभग 11 हजार सदस्यों से भवन निर्माण के लिए राशि इकट्ठा की गई। नतीजा हमें किसी दूसरे से आर्थिक मदद की जरूरत नहीं पड़ी। बड़ी संख्या में भी लोगों ने निर्माण सामग्री भी दी।

जोधपुर से आऐ पिंक स्टोन से बना शांति शिखर…

संस्था की तत्कालीन क्षेत्रीय निदेशिका कमला दीदी के मार्गदर्शन में 15 जनवरी 2018 को शांति शिखर की नींव रखी गई थी। वर्ष 2022 में उनके निधन से पहले लगभग 80 प्रतिशत काम हो गया था। जमीन ठोस नहीं होने की वजह से काफी गहराई तक मिट्टी निकाल कर स्लैब ढाला गया। इसी पर भवन के सारे कॉलम खड़े किए गए। जोधपुर के कारीगरों ने सात साल में राजस्थानी शैली के इस भवन को तैयार किया है। इसके लिए 150 से अधिक ट्रकों में जोधपुर से पिंक स्टोन मंगाए गए।

शांति शिखर भवन में होगी ये सुविधाएं

2000 लोगों की क्षमता का एलईडी स्क्रीनयुक्त एसी ऑडिटोरियम।

सेमिनार हॉलः सेमिनार हॉल दो हैं। इनकी क्षमता 400-400 लोगों की है।

मेडिटेशन हॉलः इसमें लोगों को राजयोग ध्यान साधना सिखाई जाएगी।

लाइब्रेरीः यहां संस्था की आध्यात्म व नैतिक शिक्षा देने वाली किताबें होंगी।

आवासः अतिथियों को ठहराने के लिए सुविधायुक्त 100 कमरों बनाए गए हैं।

डायनिंग हॉलः एक बार में 300 से अधिक लोग एक साथ भोजन कर सकेंगे।

वीडियो विएटरः यहां संस्था द्वारा तैयार की गई आध्यात्मिक फिल्में दिखाई जाएंगी।

ब्रह्मकुमारी संस्था द्वारा विश्वभर में पिंक स्टोन से बनाई गई यह पहली इमारत है। छत्तीसगढ़ में प्रेस टॅसाइल बीम तकनीक से बनी यह पहली इमारत है। आमतौर पर इस तकनीक से बड़े-बड़े ब्रिज बनाए जाते हैं। 105 फीट ऊंची, 150 फीट चौड़ी और 225 फीट लंबी इस इमारत में अभी दो मंजिलें और बनाई जा सकती हैं।

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