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हिमांगी सखी किन्नर जगद्गुरु पर प्रयागराज में जानलेवा हमला…दी जान से मारने की धमकी…मचा हड़कंप…

प्रयागराज : किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर जानलेवा हमला की सूचना मिल रही है। बताया जा रहा है कि हमले में वे गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। इसके बाद इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर हमला करने का आरोप आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर लगा है। रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर हिमांगी सखी उनसे सवाल करती थीं। बता दें कि ममता कुलकर्णी हाल ही में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनाई गई थी। हालांकि बाद में उन्हें हटा दिया गया था।

जानकारी के अनुसार, किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर हमला करने के लिए आरोपी फॉर्च्यूनर गाड़ी से पहुंचे थे। हमले का वीडियो भी वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। बताया जा रहा है कि उन पर हमला प्रयागराज के सेक्टर 8 स्थित कैंप में हुआ है। महाकुंभ में किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर जानलेवा
हमला हुआ। हिमांगी सखी गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। उन्होंने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर हमला करने का आरोप लगाया है। हमला शनिवार रात सेक्टर- 8 स्थित कैंप में किया गया। इसके फुटेज सामने आ गए हैं। हिमांगी सखी ने कहा कि लक्ष्मी नारायण अपने साथ 50-60 लोगों को लेकर आई थीं, जिनके पास त्रिशूल, फरसा जैसे हथियार थे।

बता दें कि हिमांगी सखी लगातार ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने का विरोध कर रही थीं। वहीं, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने मारपीट करने के आरोपों को गलत बताया है। किन्नर जगदगुरु हिमांगी सखी ने बताया- मैं इस समय सेक्टर-8 में रह रही हूं। कल रात मैं अपने सेवादारों के साथ शिविर में थी। रात करीब 9.50 बजे किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी अपने साथ पवित्रा, कलावती मां, कौशल्या नंदगिरी उर्फ टीना मां, कलकेश्वरी, आशानाथ के साथ मेरे पास पहुंचीं। ये लोग 10-12 गाड़ियों में 50 अन्य लोगों के साथ लाठी-डंडे, हॉकी, रॉड, तलवार, फरसा, त्रिशूल और असलहे लेकर मेरे शिविर में घुस आए। मेरी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी को पकड़ लिया। लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी और उनके साथियों ने जान से मारने की नीयत से मुझ पर हमला किया। मुझे लात-घूसों और डंडे से बुरी तरह मारा-पीटा। इससे मैं गंभीर रूप से घायल हो गई। मेरे सेवादार इन लोगों के हाथ-पैर जोड़ते रहे, लेकिन इन लोगों ने किसी की बात नहीं सुनी। ये लोग मेरे पास रखे हुए करीब 10 लाख रुपए और सोने के जवाहरात लूट ले गए। जाते-जाते लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी और उनके साथियों ने मुझे भद्दी गालियां और धमकी दी। कहा कि अगर तुम ऐसे ही मीडिया में लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के खिलाफ बयानबाजी करती रहोगी, तो हम लोग तुम्हें जान से खत्म कर देंगे। इस घटना की वीडियो रिकार्डिंग सीसीटीवी में मौजूद है।

आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा, महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि और कल्याणी नंद गिरि का हिमांगी सखी से कुछ अंदरूनी विवाद था। इसके लिए हम सुलह-समझौता के लिए हिमांगी सखी के पास गए थे। मारने-पीटने का आरोप गलत है। हमले के दिन शनिवार सुबह ही बगावत करने वाली हिमांगी सखी फिर से किन्नर अखाड़े से जुड़ी थीं। वह आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी की मौजूदगी में अखाड़े से फिर से जुड़ी थीं। महाकुंभ में वह लगातार किन्नर अखाड़े के खिलाफ बगावत कर रही थीं। महाकुंभ के पहले हिमांगी सखी को परी अखाड़े ने जगद्गुरु बनाया था। हिमांगी सखी ने 2 दिन पहले किन्नर मुस्कान को महामंडलेश्वर बना दिया, लेकिन बाद में उसे हटा दिया। इस दौरान किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि और कल्याणी नंद गिरि भी मौजूद थीं।

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