छत्तीसगढ़

Raipur : कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय में शर्मनाक कृत्य, 8 छात्र हास्टल से निष्कासित… शिक्षा के पवित्र परिसर की गरिमा..

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में छात्राओं के साथ अश्लील हरकतों और अभद्रता का मामला सामने आया है, जिसने विश्वविद्यालय की गरिमा को आघात पहुंचाया है। शनिवार देर रात, गर्ल्स हॉस्टल परिसर में घुसकर छात्राओं के साथ अश्लील इशारे, आपत्तिजनक कमेंट्स और गाली-गलौच करने वाले 8 छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने हास्टल से निष्कासित कर दिया है।

घटना के संबंध में विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुनील शर्मा द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि निष्कासित छात्रों में चंद्रकांत वर्मा, प्रवीण देवांगन, निखिल ध्रुव, यश साहू, लक्षण, ओमप्रकाश, संजय और शुभम के नाम शामिल हैं। इन सभी छात्रों पर शराब के नशे में धुत होकर अनुशासनहीनता करने और रात लगभग 11:30 से 12:00 बजे के बीच गर्ल्स हॉस्टल के बाहर छात्राओं के नाम लेकर अश्लील कमेंट करने, अपशब्द बोलने और गाली-गलौच करने का आरोप है।

सूत्रों के मुताबिक, यह पूरा मामला तब उजागर हुआ जब कुछ छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन को लिखित और मौखिक रूप से इसकी शिकायत दी। शिकायत में कहा गया कि छात्र पढ़ाई कर रही छात्राओं को नाम लेकर अपशब्द कह रहे थे और लगातार शारीरिक संकेतों से उकसाने वाली हरकतें कर रहे थे। इसके अलावा, छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इन छात्रों को ऐसा करने से मना किया, तो उल्टे उन्हें ही गालियां दी गईं और डराने-धमकाने की कोशिश की गई।

घटना को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने रविवार को अनुशासन समिति की आपात बैठक बुलाई। बैठक में विस्तृत जांच के बाद यह पाया गया कि आरोपी छात्रों का आचरण न केवल विश्वविद्यालय के नियमों और आचार संहिता का उल्लंघन है, बल्कि यह छात्राओं की गरिमा और सुरक्षा के प्रति घोर लापरवाही भी है। इसके आधार पर समिति ने आठों छात्रों को तत्काल हॉस्टल से निष्कासित करने का निर्णय लिया, जिसे कुलसचिव सुनील शर्मा द्वारा आदेश के रूप में लागू किया गया।

जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी छात्र घटना के समय शराब के नशे में थे। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, यह कृत्य न केवल नैतिक और सामाजिक रूप से निंदनीय है, बल्कि विश्वविद्यालय परिसर में शराब का सेवन करना पूर्णत: वर्जित है। इस कारण से भी छात्रों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई आवश्यक मानी गई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि शिक्षा के पवित्र परिसर में किसी भी प्रकार की अश्लीलता, छेड़छाड़ और शराबखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कुलसचिव सुनील शर्मा ने कहा है कि यदि भविष्य में कोई भी छात्र इस तरह की गतिविधियों में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने से लेकर विश्वविद्यालय से निष्कासन तक की कार्रवाई की जा सकती है।

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