Honeytrap में फंसे 30 वर्षीय युवक ने की आत्महत्या…मोबाइल में मिले वीडियो और ब्लैकमेलिंग से जुड़े चैट्स…

छत्तीसगढ़/दुर्ग: भिलाई के वैशाली नगर थाना क्षेत्र से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां 30 वर्षीय युवक हरविंदर सिंह उर्फ सनी ने सुपेला अंडरब्रिज के ऊपर रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या कर ली। युवक मार्केटिंग का काम करता था और पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से बेहद परेशान चल रहा था। परिजनों का आरोप है कि अज्ञात लोगों द्वारा सनी को हनी ट्रैप में फंसाकर उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाया गया और उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था। इसी तनाव के चलते उसने आत्मघाती कदम उठा लिया।
मिली जानकारी के अनुसार, शांति नगर सड़क 1 निवासी हरविंदर सिंग उर्फ सन्नी अपने घर से शुक्रवार की सुबह 6 बजे गुरुद्वारा जाने के लिए बाइक से निकला था। देर तक घर नहीं पहुंचने पर परिजन परेशान होकर खोजबीन करने में लग गए। युवक अपने घर पर पर्स और मोबाइल को छोड़कर सिर्फ बाइक लेकर निकला था। परिजनों को पता चला कि ट्रेन से कटकर युवक की मौत हुई है। परेशान परिजन जब शव को देखने पहुंचे तक उसे देख हरविंदर के रुप में शिनाख्त किया।
सनी मार्केटिंग की नौकरी करता था और पिछले कुछ समय से बेहद तनाव में था। जब उसका मोबाइल खंगाला गया तो उसमें कुछ आपत्तिजनक वीडियो और ब्लैकमेलिंग से जुड़े चैट्स मिले। परिजनों का आरोप है कि सनी को किसी हनी ट्रैप में फंसाकर उसको ब्लैकमेल किया जा रहा था और पैसे की डिमांड की जा रही थी। इसी डर और सामाजिक बदनामी के कारण उसने आत्महत्या कर ली।
इस घटना ने एक बार फिर शहर में सक्रिय ऑनलाइन हनी ट्रैप गैंग और साइबर ब्लैकमेलर्स को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पिछले कुछ महीनों में इस तरह की घटनाएं बढ़ी हैं, जहां युवाओं को फर्जी रिश्तों के जाल में फंसा कर वीडियो बनाकर उन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
हरविंदर सिंह की मौत ने उसके परिवार को तोड़ दिया है। युवक के परिजनों का कहना है कि सनी एक सीधा-सादा लड़का था और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर इस हद तक पहुंचाया गया। उन्होंने प्रशासन से मामले की गंभीरता से जांच कर ब्लैकमेल करने वालों को सख्त सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हम मामले की जांच के लिए एसपी, डीजीपी और आईजी तक जाएंगे।
पुलिस ने जांच शुरू की…
सुपेला थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सनी के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है और कॉल डिटेल्स व चैट रिकॉर्ड्स के आधार पर ब्लैकमेलर्स की पहचान की जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।