छत्तीसगढ़

दिल्ली में 27 साल के वनवास के बाद मिली भाजपा को सत्ता…कर्मचारी नेता अनिल श्रीवास्तव ने कहा- कर्मचारियों की दुआओं का असर…

दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बहुमत हासिल कर लिया है. नई दिल्ली सीट से AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल और जंगपुरा से मनीष सिसोदिया जैसे दिग्गज नेता चुनाव हार गए हैं. दिल्ली में कुल 70 सीटें हैं और बहुमत के लिए 36 सीटें जीतना जरूरी है. बीजेपी के ‘कमल’ ने बहुमत हासिल कर लिया और 48 सीटों पर बढ़त बना ली है. आम आदमी पार्टी की ‘झाड़ू’ पिछड़ गई है. सिर्फ 22 सीटों पर आगे है. जबकि कांग्रेस लगातार तीसरी बार ‘जीरो’ पर सिमटती नजर आ रही है. दिल्ली में बीजेपी ने पहली बार 1993 में जीत हासिल की थी. राष्ट्रीय राजधानी में 27 साल से बीजेपी वनवास झेल रही थी.

दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने 2013, 2015 और 2020 में सरकार बनाई और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने. सितंबर 2024 से आतिशी सीएम हैं. इससे पहले 1998, 2003 और 2008 में कांग्रेस ने जीत हासिल की और शीला दीक्षित मुख्यमंत्री बनीं. दिल्ली में बीजेपी ने 1993 में पहली बार जीत हासिल की थी. राजधानी में 5 फरवरी वोट डाले गए थे. चुनाव आयोग के अनुसार, कुल 60.54 प्रतिशत वोट पड़े थे.


मोदी सरकार के इस तोहफे ने किया कमाल अनिल श्रीवास्तव… 

केंद्र की मोदी सरकार ने आठवें वेतन आयोग का गठन की मंजूरी एवं वर्ष 2025 2026 के लिए प्रस्तुत बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री ने निम्न एवं मध्यम वर्ग के नौकरी पेशा शासकीय अर्ध शासकीय एवं निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए 12 लख रुपए तक आयकर में छूट दिए जाने का प्रावधान किए जाने से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से इसके दूरगामी परिणाम हुए क्योंकि 1998 में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई पूर्व प्रधानमंत्री ने निम्न एवं मध्यम वर्ग के नौकरी पेशा शासकीय अशासकीय एवं निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को आयकर से मुक्त करने का वादा किया था इस क्षेत्र के करोड़ कर्मचारियों की या बहुत महत्वपूर्ण मांग थी जिसे केंद्र की मोदी सरकार ने लगभग 27 साल बाद बजट में प्रावधान कर पूरा किया

चंद्रशेखर तिवारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल छत्तीसगढ़ राज्य कर्मचारी महा संघ दिल्ली एवं प्रांत अध्यक्ष छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ रायपुर एवं अनिल श्रीवास्तव प्रांतीय संरक्षक छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ एवं प्रांतीय महामंत्री अखिल छत्तीसगढ़ राज्य कर्मचारी महासंघ रायपुर ने बताया कि देश के करोड़ निम्न एवं मध्यम वर्ग के कर्मचारियों को 12 काम करने के बाद 11 महीने का वेतन मिलता था एक महीने का वेतन आयकर के रूप में कट जाता था जिस साल भर का बजट कर्मचारियों का बिगड़ जाता था केंद्र की मोदी सरकार ने 12 लाख तक आयकर में छठ का प्रावधान कर करोड़ों कर्मचारियों को बहुत बड़ी राहत दी है

 

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