ब्रह्माकुमारीज केंद्र तिल्दा में “बाय-बाय एग्जाम स्ट्रेस” कार्यक्रम आयोजित

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एस.के. पांडे (पूर्व शिक्षक, सेंचुरी सीमेंट हाई स्कूल व प्रधानाचार्य शारदा शिशु मंदिर), दुष्यंत सोनी (प्रधानाचार्य, शासकीय आत्मानंद स्कूल, तिल्दा) एवं आकाश धुरंधर (एसोसिएट मैनेजर, अडानी पावर) उपस्थित रहे।
आकाश धुरंधर ने अपने वक्तव्य में तनाव की परिभाषा, उसके कारणों और परीक्षा के अंतिम महीने की तैयारी के तरीकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने परीक्षा में उत्तर लिखने की तकनीक, सफलता में विचारों की शक्ति और सफल जीवन के सूत्र को समझाया। उन्होंने कहा कि “सफल जीवन का मूल मंत्र है – पहले खुशहाल मन, फिर स्वस्थ शरीर, उसके बाद संबंधों में समरसता और फिर कार्य में उत्कृष्टता।”
ब्र. कु. प्रियांका बहन ने एक मिनट की ध्यान तकनीक सिखाई, जिससे छात्र परीक्षा के पहले मानसिक शांति प्राप्त कर सकें। उन्होंने समझाया कि उत्तर लिखने से पहले क्या सोचना चाहिए और कैसे शांत चित्त से परीक्षा देनी चाहिए।
प्रधानाचार्य दुष्यंत सोनी ने वर्षभर निरंतर अभ्यास के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि किसी भी परीक्षा में आत्मविश्वास के साथ बैठने के लिए निरंतरता आवश्यक है। उन्होंने कहा, “यदि हम नियमित रूप से तैयारी करें, तो कोई भी परीक्षा कठिन नहीं होती। आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच सफलता की कुंजी है।”
एस.के. पांडे सर ने सभी वक्ताओं की बातों को संक्षेप में समेटते हुए परीक्षा की उत्तर पुस्तिका को प्रभावी ढंग से लिखने के तरीके बताए। उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं में उत्तर लिखने के सही प्रारूप, महत्वपूर्ण बिंदुओं और परीक्षाओं के दौरान क्या करें और क्या न करें, इस पर विस्तार से चर्चा की। अंत में उन्होंने छात्रों को शुभकामनाओं के रूप में एक पेन और मूल्य कार्ड (वैल्यू कार्ड) वितरित किए।
इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने भाग लिया और परीक्षा की तैयारी में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त किया। छात्रों ने बताया कि यह कार्यक्रम उनके लिए परीक्षा के इस महत्वपूर्ण समय में अत्यंत लाभकारी रहा।