Cyber Crime : आपके लड़के या लड़की को हमने हिरासत में लिया है…ऐसा फोन आऐ तो सब से पहले ये काम करें… पढ़े पुरी खबर
रायपुर : साइबर ठग ऑनलाइन ठगी के लिए नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं। ठग खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए झांसे में लेकर लोगों से रुपये भी मांग रहे हैं। हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें ठगों ने खुद को पुलिस वाला बताकर ठगी की कोशिश की। पुलिस अफसर भी अचानक ऐसे मामले बढ़ते देखकर हैरान हैं। आइए जानते हैं कैसे हो रही पुलिस के नाम से ठगी
अगर आपके पास भी वॉट्सऐप पर पुलिस या कोई धमकी भरा कॉल आए तो आप कॉल करने वाले की असली पहचान चुटकियों में कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपने स्मार्टफोन में अलग से कोई ऐप भी इंस्टॉल नहीं करना पड़ेगा। स्कैमर्स करते हैं वॉट्सऐप का फर्जी यूज, इसमें कॉल करने वाला व्यक्ति आपके परिवार के किसी सदस्य के किसी केस में फंसने की बात करता है.
साथ ही कहता है कि अगर केस से बचाना है तो रुपए अकाउंट में डाल दो। कुछ लोग पैनिक होकर पैसे ट्रांसफर भी कर देते हैं. कुछ समय बाद जब पता चलता है तो पाते हैं कि कॉल करने वाला कोई पुलिस अधिकारी नहीं, बल्कि स्कैमर था और उसने वॉट्सऐप पर फर्जी आईडी बनाकर आपको कॉल किया था. ठगी के बाद जब आप साइबर सेल में शिकायत करते हैं, तब तक पैसे तो चले जाते हैं।
बच्चों को हिरासत में लेने की बात कहकर कर रहे वसूली –
साइबर ठग अभिभावकों को कॉल करके उनके बेटे-बेटियों के हिरासत में होने की बात कहकर धमकाते हैं। वह खुद को पुलिस या कस्टम अफसर बताकर बात करते हैं और ड्रग, सेक्स रैकेट जैसे मामले में बच्चों को पकड़ने की बात कहते हैं। हिरासत से रिहा करने के बदले परिजनों से रुपये मांगे जाते हैं।
कैसे करें पता कॉल करने वाला असली या नकली?
अगर आपके पास किसी पुलिस वाले के नाम से कॉल आए तो आप उसके असली और नकली होने का पता आसानी से कर सकते हैं. इसके लिए आप ट्रू कॉलर ऐप यूज कर सकते हैं। इसके अलावा गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे पेमेंट ऐप पर जाकर नंबर को चेक कर सकते हैं. इसके बाद उस कॉलर का असली नाम आपके सामने आ जाएगा। ध्यान रहे कि नाम का पता तभी चलेगा जब वो नंबर इन यूपीआई ऐप पर रिजस्टर्ड होगा। अगर वॉट्सऐप पर नंबर नहीं दिख रहा तो साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत करनी चाहिए।
शिकायत पोर्टल एवं हैल्पलाईन नम्बर- साइबर क्राइम की यहां करें शिकायत
साइबर फ्रॉड की शिकायत साइबर क्राइम पोर्टल की ऑफिशियल वेबसाइट https:@@cybercrime.gov.in पर करें, और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा ठगी होने पर तुरंत पुलिस के पास जाएं. अनजान व्यक्ति की कॉल को खासतौर पर जब वो लालच या धमकी दे तो पुलिस की मदद लेनी चाहिए।